अति सूक्ष्म कविता / micro poem की एक बानगी ६-शब्द, ३-पंक्ति की कवितायें हैं।
आज के युग कोई भी व्यक्ति लंबा नहीं पढ़ना चाहता।
यहां हाल ही में चल रहे किसान आंदोलन से प्रेरित कुछ अति सूक्ष्म कवितायेँ प्रस्तुत हैं।
(१) इतिहास
दोहरा रहे
झूटों के पुलिंदे।
(२) इतिहास से
सीखा नहीं -
दोहरा रहे सत्ताधारी।
(३) भरोसा
खो चुकी
शोषणकारी संवेदनहीन सत्ता।
(४) संकल्पवान
बलदानी किसान
रचें नया इतिहास।
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