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We're Gratuitously Unhappy - हम नाहक दुःखी : A short Hindi Poem

हम नाहक दुःखी प्रकृति आनन्दमय प्रभु आनंद-स्वरूप पर मानव दुःखी चूँकि हो गया भ्रम-मय भूला आत्मरूप हो गया महा बाह्यमुखी चूँकि हो...

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